BaapDada_28.05.1970

"...भट्ठी में पड़ने से सभी कुछ बदल जाता है।

सबसे छोटी और ही शो करती है।

(पूनम बापदादा के आगे बैठी है)

जिसमें कोई उम्मीद नहीं होती है वह और ही उम्मीदवार हो दिखलाते हैं।

यह कमाल कर दिखायेगी।

बाल भवन का एक ही यादगार है।

यादगार को हमेशा शो केस में रखा जाता है।

तो अपने को सदैव शो केस में रखना है।

अगर एक छोटी ने कमाल की तो इस सारे ग्रुप का नाम बाला हो जायेगा।..."