BaapDada_23.03.1970



"...तुम्हारे पुरुषार्थ की सिद्धि तब होगी जब

संस्कारों का मिलन होगा।

सबसे जास्ती भक्तों की क्यू बड़ी कहाँ लगती हैं?

(देवियों के पास) जैसे हनुमान के मंदिर में व् देवियों के मंदिर में ज्यादा भीड़ लगती है।

इससे क्या सिद्ध होता है?

साकार रूप में भी क्यू कौन देखेगा?

प्रत्यक्षता के बाद जो क्यू लगेगी वह कौन देखेंगे?

बच्चे ही देखेंगे। ..."