29.10.2021
एक बाप को ही याद करने से आत्मा पतित से पावन बन जाती है।
तुम शिवबाबा से शक्ति लेते हो, जितना जास्ती याद करेंगे उतना शक्ति मिलेगी और खाद निकलती जायेगी।
बाप कहते हैं - अपने को आत्मा समझ बाबा को याद करो।
शिव-शिव मुख से कहना नहीं है।
हम तो आवाज से परे जाने वाले हैं।
बाबा बहुत सहज युक्ति बताते हैं कि मुझे याद करो तो खाद निकल जाए और गृहस्थ व्यवहार में रहते पवित्र बनना है।
बाप समझाते हैं याद की यात्रा से ही तुम ऊंच पद पा सकते हो।
उनके साथ योग लगाने से ही हम पवित्र बन जाते हैं तो सर्वशक्तिमान् हुआ ना।
हम सबको पतित से पावन बना देते हैं।
रावणराज्य से मुक्त कर देते हैं।
तुम अब शिवबाबा से शक्ति ले रहे हो।
जितना जास्ती याद करेंगे उतना शक्ति मिलेगी और खाद निकल जायेगी।
तुमको दिन-रात यही फुरना रहना चाहिए कि पतित से पावन, तमोप्रधान से सतोप्रधान बन जायें।
मेहनत सारी याद की यात्रा में है।
भारत का योग नामीग्रामी है।
योग के लिए ही बाबा समझाते हैं कि तुम अपने को आत्मा समझ बाप को याद करो।
यहाँ तो बाप को याद करना है।
बाबा को याद करो तो खाद निकले।
तुम सब आशिक हो, अब माशूक तुमको कहते हैं - मामेकम् याद करो तो अमरपुरी के मालिक बन जायेंगे।
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