इस बगीचे की खुशबू कितनी फैल जाती!
लेकिन क्यों नहीं फैलती, उसका कारण क्या?
खुशबू के साथ-साथ कहाँ-कहाँ बीच में और बात भी आ जाती है।
भले खुशबू कितनी हो लेकिन खुशबू से भी जल्दी फ़ैलने वाली बदबू होती है, जो जरा सी बात सारी खुशबू को समाप्त कर देती है।
अविनाशी खुशबू जिसको सदा गुलाब कहते हैं।
एक होता है सदा गुलाब,
दूसरा होता गुलाब,
तीसरा होता है रूहें गुलाब।
पहला नम्बर है रूहें गुलाब।
वह रूह की स्थिति में रहता है और रूहानी रूह के हमेंशा नजदीक है।
ऐसे है रूहे गुलाब।
और दूसरी क्वालिटी जो है वह फिर सर्विस में बहुत अच्छे रहते हैं बाकी रूहानी स्थिति में कमी है। सर्विस में, धारणा में अच्छे हैं, संस्कार शीतल हैं।
खुद अपने को क्या समझते हो?
किस नम्बर का फूल समझते हो?
कांटे तो यहाँ हो भी न सके। हैं तो सभी गुलाब।...”
Avyakt Vani - 18.05.1969
Ref:-
01 | 02 | 03 | 04 | 05 | 06 | 07 | 08 | 09 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |