1969/18.01.1969
अव्यक्त वतन से प्राप्त दिव्य सन्देश - 2
1.
"अपने को चेक करो कि अगर समय आ जाए तो कोई भी संस्कार रूपी पत्ते अटक तो नहीं जायेंगे, जो मेहनत करनी पड़े? कर्मातीत अवस्था सहज ही बन जायेगी या कोई कर्मबन्धन उस समय अटक डालेगा? अगर कोई कमी है तो चेक करो और भरने की कोशिश करो। "
"अपने को चेक करो कि
अगर समय आ जाए तो कोई भी संस्कार रूपी पत्ते अटक तो नहीं जायेंगे, जो मेहनत करनी पड़े? कर्मातीत अवस्था सहज ही बन जायेगी या कोई कर्मबन्धन उस समय अटक डालेगा? अगर कोई कमी है तो चेक करो और भरने की कोशिश करो। "
अगर समय आ जाए तो कोई भी संस्कार रूपी पत्ते अटक तो नहीं जायेंगे, जो मेहनत करनी पड़े?
कर्मातीत अवस्था सहज ही बन जायेगी या कोई कर्मबन्धन उस समय अटक डालेगा?
कर्मातीत अवस्था सहज ही बन जायेगी
या कोई कर्मबन्धन उस समय अटक डालेगा?
अगर कोई कमी है तो चेक करो और भरने की कोशिश करो। "
1969/28.09.1969
“पूरे कोर्स का सार – कथनी-करनी एक करो”
2.
"हर समय यह चेक करो जो कहती हूँ वो करती हूँ? कहते हो हम सर्वशक्तिमान की सन्तान हैं और करते क्या हो? कमजोरी की बात। आज से यह पक्का करो कि जो कहूँगी सो करूँगी। जो खुद ऐसे बनेंगे उनको देख कर और भी आपे ही करेंगे। आपको मेहनत करने की जरूरत नहीं रहेगी। अब तक तो यही उलहाने मिलते रहते हैं कि कहते एक हैं करते तो दूसरा हो।"
"हर समय यह चेक करो जो कहती हूँ वो करती हूँ?
कहते हो हम सर्वशक्तिमान की सन्तान हैं और करते क्या हो? कमजोरी की बात। आज से यह पक्का करो कि जो कहूँगी सो करूँगी। जो खुद ऐसे बनेंगे उनको देख कर और भी आपे ही करेंगे। आपको मेहनत करने की जरूरत नहीं रहेगी। अब तक तो यही उलहाने मिलते रहते हैं कि कहते एक हैं करते तो दूसरा हो।"
कहते हो हम सर्वशक्तिमान की सन्तान हैं और करते क्या हो?
कमजोरी की बात।
आज से यह पक्का करो कि जो कहूँगी सो करूँगी।
जो खुद ऐसे बनेंगे उनको देख कर और भी आपे ही करेंगे। आपको मेहनत करने की जरूरत नहीं रहेगी। अब तक तो यही उलहाने मिलते रहते हैं कि कहते एक हैं करते तो दूसरा हो।"
जो खुद ऐसे बनेंगे उनको देख कर और भी आपे ही करेंगे।
आपको मेहनत करने की जरूरत नहीं रहेगी।
अब तक तो यही उलहाने मिलते रहते हैं कि कहते एक हैं करते तो दूसरा हो।"
3.
"...अपनी मन्सा, वाचा, कर्मणा को चेक करो। आप अपने को क्या कहलवाते हो? और बापदादा भी आप सभी को क्या टाइटिल देते हैं, वह याद है? सर्विसएबुल बच्चे। तो जो सर्विसएबुल है उनका हर संकल्प, हर शब्द, हर कर्म सर्विस ही करेगा। भाषण करना, किसी को समझाना सिर्फ यही सर्विस नहीं है। परन्तु जो सर्विसएबुल है वो हर सेकेण्ड सर्विस ही करते रहते हैं। तो अपने को देखना है कि हमारी हर सेकेण्ड सर्विसएबुल चलन होती है? वा कहाँ डिससर्विस वाली चलन तो नहीं है? जब नाम सर्विसएबुल है तो कर्म भी ऐसा ही होना चाहिए।"
"...अपनी मन्सा, वाचा, कर्मणा को चेक करो।
आप अपने को क्या कहलवाते हो? और बापदादा भी आप सभी को क्या टाइटिल देते हैं, वह याद है? सर्विसएबुल बच्चे। तो जो सर्विसएबुल है उनका हर संकल्प, हर शब्द, हर कर्म सर्विस ही करेगा। भाषण करना, किसी को समझाना सिर्फ यही सर्विस नहीं है। परन्तु जो सर्विसएबुल है वो हर सेकेण्ड सर्विस ही करते रहते हैं। तो अपने को देखना है कि हमारी हर सेकेण्ड सर्विसएबुल चलन होती है? वा कहाँ डिससर्विस वाली चलन तो नहीं है? जब नाम सर्विसएबुल है तो कर्म भी ऐसा ही होना चाहिए।"
आप अपने को क्या कहलवाते हो?
और बापदादा भी आप सभी को क्या टाइटिल देते हैं, वह याद है? सर्विसएबुल बच्चे। तो जो सर्विसएबुल है उनका हर संकल्प, हर शब्द, हर कर्म सर्विस ही करेगा। भाषण करना, किसी को समझाना सिर्फ यही सर्विस नहीं है। परन्तु जो सर्विसएबुल है वो हर सेकेण्ड सर्विस ही करते रहते हैं। तो अपने को देखना है कि हमारी हर सेकेण्ड सर्विसएबुल चलन होती है? वा कहाँ डिससर्विस वाली चलन तो नहीं है? जब नाम सर्विसएबुल है तो कर्म भी ऐसा ही होना चाहिए।"
और बापदादा भी आप सभी को क्या टाइटिल देते हैं, वह याद है?
सर्विसएबुल बच्चे।
तो जो सर्विसएबुल है उनका हर संकल्प, हर शब्द, हर कर्म सर्विस ही करेगा।
भाषण करना, किसी को समझाना सिर्फ यही सर्विस नहीं है।
परन्तु जो सर्विसएबुल है वो हर सेकेण्ड सर्विस ही करते रहते हैं। तो अपने को देखना है कि हमारी हर सेकेण्ड सर्विसएबुल चलन होती है? वा कहाँ डिससर्विस वाली चलन तो नहीं है? जब नाम सर्विसएबुल है तो कर्म भी ऐसा ही होना चाहिए।"
परन्तु जो सर्विसएबुल है वो हर सेकेण्ड सर्विस ही करते रहते हैं।
तो अपने को देखना है कि हमारी हर सेकेण्ड सर्विसएबुल चलन होती है?
वा कहाँ डिससर्विस वाली चलन तो नहीं है?
जब नाम सर्विसएबुल है तो कर्म भी ऐसा ही होना चाहिए।"
1969/13.11.1969
“बापदादा की उम्मीदें”
4.
"...बापदादा एक-एक सितारे में यही उम्मीद रखते हैं कि एक-एक अनेकों को परिचय देकर लायक बनाये। एक से ही अनेक बनने हैं। यह चेक करो कि हम ऐसे बने हैं। अनेकों को बनाया है? उसमें भी Quantity तो बन रहे है। Quality बनाना है। Quantity बनाना सहज है लेकिन Quality वाले बनाना - यह उम्मीद बापदादा सितारों में रखते हैं। अभी यह कार्य रहा हुआ है। Quality बनाना है। Quantity बनाना यह तो चल रहा है। लेकिन अभी ऐसी Quality वाली आत्मायें बनाने की सर्विस रही हुई है। Quality वाली एक आत्मा Quantity को आपे ही लायेगी। एक Quality वाला अनेकों को ला सकते है।"
"...बापदादा एक-एक सितारे में यही उम्मीद रखते हैं कि एक-एक अनेकों को परिचय देकर लायक बनाये।
एक से ही अनेक बनने हैं। यह चेक करो कि हम ऐसे बने हैं। अनेकों को बनाया है?
एक से ही अनेक बनने हैं।
यह चेक करो कि हम ऐसे बने हैं।
अनेकों को बनाया है?
उसमें भी Quantity तो बन रहे है।
Quality बनाना है।
Quantity बनाना सहज है लेकिन Quality वाले बनाना - यह उम्मीद बापदादा सितारों में रखते हैं। अभी यह कार्य रहा हुआ है। Quality बनाना है।
Quantity बनाना सहज है लेकिन Quality वाले बनाना - यह उम्मीद बापदादा सितारों में रखते हैं।
अभी यह कार्य रहा हुआ है।
Quantity बनाना यह तो चल रहा है।
लेकिन अभी ऐसी Quality वाली आत्मायें बनाने की सर्विस रही हुई है।
Quality वाली एक आत्मा Quantity को आपे ही लायेगी।
एक Quality वाला अनेकों को ला सकते है।"
1969/20.12.1969
“प्लेन याद से प्लैन्स की सफ़लता”
5.
"...अब यही सिर्फ एक बात चेक करो - ऐसा लूज़ चोला हुआ है जो एक सेकेण्ड में इस चोले को छोड़ सके। अगर कहाँ भी अटका हुआ होगा तो निकलने में भी अटक होगी। इसी को ही एवररेडी कहा जाता है। ऐसे एवररेडी वही होंगे जो हर बात में एवररेडी होंगे। प्रैक्टिकल में देखा ना एक सेकेण्ड के बुलावे पर एवररेडी रह दिखाया।"
"...अब यही सिर्फ एक बात चेक करो - ऐसा लूज़ चोला हुआ है जो एक सेकेण्ड में इस चोले को छोड़ सके।
अगर कहाँ भी अटका हुआ होगा तो निकलने में भी अटक होगी। इसी को ही एवररेडी कहा जाता है। ऐसे एवररेडी वही होंगे जो हर बात में एवररेडी होंगे। प्रैक्टिकल में देखा ना एक सेकेण्ड के बुलावे पर एवररेडी रह दिखाया।"
अगर कहाँ भी अटका हुआ होगा तो निकलने में भी अटक होगी।
इसी को ही एवररेडी कहा जाता है।
ऐसे एवररेडी वही होंगे जो हर बात में एवररेडी होंगे। प्रैक्टिकल में देखा ना एक सेकेण्ड के बुलावे पर एवररेडी रह दिखाया।"
ऐसे एवररेडी वही होंगे जो हर बात में एवररेडी होंगे।
प्रैक्टिकल में देखा ना एक सेकेण्ड के बुलावे पर एवररेडी रह दिखाया।"