29.01.2020

01 - बाप की श्रीमत तुम्हें 21 पीढ़ी का सुख दे देती है

02 - इतनी न्यारी मत बाप के सिवाए कोई दे नहीं सकता,

03 - अपने आपको राज-तिलक देने के लिए बाप की जो शिक्षायें मिलती हैं उन पर अच्छी रीति चलो।

04 - जब बाप और दादा ओम् शान्ति कहते हैं तो दो बार भी कह सकते हैं क्योंकि दोनों एक में हैं।

05 - बाप ने कल्प पहले भी कहा था, अभी भी कहते हैं कि मैं इस साधारण तन में बहुत जन्मों के अन्त में इनमें प्रवेश करता हूँ, इनका आधार लेता हूँ।

06 - ...फिर लास्ट में वानप्रस्थ अवस्था में है, जिसमें ही बाप प्रवेश करते हैं।

07 - ...बाप एक ही बार सर्व की सद्गति करने आते हैं।

08 - ...बाप आते ही हैं नई राजधानी स्थापन करने इसलिए इनको राजयोग कहा जाता है।

09 - बाप समझाते हैं - योगबल से तुम पैराडाइज के मालिक बनते हो।

10 - पैराडाइज स्थापन किया है बाप ने।

11 - यह राजयोग रूहानी बाप ही सिखलाते हैं।

12 - आजकल एडल्ट्रेशन, करप्शन तो बहुत है ना इसलिए बाप ने कहा है - मैं पतितों को पावन बनाने वाला हूँ।

13 - भक्ति मार्ग में है अल्पकाल क्षणभंगुर सुख, यह है 21 पीढ़ी का सुख, जो बाप ही देते हैं।

14 - बाप तुमको सद्गति देने के लिए जो श्रीमत देते हैं वह सबसे न्यारी है।

15 - यह बाप सबकी दिल लेने वाला है।

16 - दिलवाला बाप मिला है-सर्व का सद्गति करने वाला, सर्व का दु:ख हरकर सुख देने वाला।

17 - वह बाप को तो याद करते नहीं, न उनको यह महामंत्र मिलता है।

18 - यह महामंत्र बाप ही आकर संगमयुग पर देते हैं।

19 - सर्व का सद्गति दाता बाप एक ही बार आकर मन्मनाभव का मंत्र देते हैं।

20 - बाप कहते हैं-बच्चे, देह सहित देह के सब धर्म त्याग, अपने को अशरीरी आत्मा समझ मुझ बाप को याद करो।

21 - अभी बाप तुमको आत्म-अभिमानी बनाते हैं।

22 - अपने को आत्मा समझ मुझ बाप को याद करते रहो तो आत्मा में जो खाद पड़ी है, वह निकल जाए।

23 - कितना भी भल कोई पीस प्राइज़ दे परन्तु पीस स्थापन करने वाला एक बाप ही है।

24 - शान्ति का सागर बाप ही शान्ति, सुख, पवित्रता का वर्सा देते हैं।

25 - बाप ने समझाया है वह लश्कर जो लड़ते हैं, वह सब कुछ करते हैं राजा-रानी के लिए।

26 - अभी के लिए ही गायन है-किनकी दबी रहेगी धूल में....... अभी बाप आया हुआ है, तुमको राज्य-भाग्य दिलाने।

27 - पुरूषार्थ तो करना चाहिए ना - बाप को पूरा फालो करने का।

28 - बाप कहेंगे यह सर्विस में लगाओ।

29 - सिर्फ यह मैसेज देना है बाप को याद करो और वर्सा लो।

30 - सबको यह मैसेज दो कि बाप ब्रह्मा द्वारा कहते हैं कि मुझे याद करो तो तुम्हारे विकर्म विनाश होंगे, जीवनमुक्ति मिल जायेगी।

31 - बाप कहते हैं मैं भारत में ही आता हूँ।

32 - तुम बाप की शिक्षा पर अच्छी रीति चलेंगे तो जैसेकि तुम अपने को राज-तिलक देते हो।

33 - यह है मन्मनाभव, जिससे अपने को आपेही तिलक मिलता है, बाप नहीं देते हैं।

34 - बाप कितना ऊंच बनाते हैं।

35 - ऐसे बाप को गाली देते हैं।

36 - बाप कहते हैं - ऐसे जब ग्लानि करते हैं तब मुझे आना पड़ता है।

37 - यह बाप भी है, टीचर भी है।

38 - जैसे ब्रह्मा बाप ने अपना सब कुछ इसमें लगा दिया, ऐसे फालो फादर कर राजाई में ऊंच पद लेना है।

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