POINTS OF YAAD FROM MURLI - 17.05.2018


1.

तुम तो सदा सौभाग्यशाली बनती हो और यह पति भी अमर है, अमरनाथ है ना।

तुमको भी अमरनाथ, अमरपुरी का मालिक बनाते हैं।

ऐसे पति को बहुत याद करना है जो तुमको पढ़ाकर स्वर्ग का मालिक बनाते हैं। ऐसे पति को भूलने से रोना आ जाता है।

 

2.

बाप कहते हैं तुम परमपिता परमात्मा की सजनी क्यों रोती हो।

शायद साजन को भूल जाती हो।

साजन को भूल जाना माना उनसे विदाई लेना।

सदैव उनको याद करते रहो तो रोने की बात नहीं।

 

3.

अपने को इन आरगन्स से डिटैच कर दो।

परन्तु सिर्फ डिटैच करने से ही फ़ायदा नहीं होगा।

डिटैच हो फिर मुझे याद करो तो विकर्म विनाश होंगे।

 

4.

जो बाप की याद में रहते हैं और वर्से को याद करते हैं वह सूर्यवंशी बनेंगे।

कम याद करेंगे तो चन्द्रवंशी, नहीं तो फिर प्रजा, दास-दासियाँ आदि तो बहुत चाहिए ना।

बाप ने समझाया है योगबल से ही कोई भी विश्व का मालिक बन सकता है।

तुम हो योगबल की अहिंसक सेना।